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ज्वैलर्स द्वारा उपभोक्ताओं के ५०,००० रुपये के आभूषणों की खरीद पर पैन कार्ड की मांग करने की आवश्यकता को भारत सरकार की नवीनतम नीति के अनुसार खारिज कर दिया गया है। यह वास्तव में दीवाली और धनतेरस की पूर्व संध्या पर एक स्वागत योग्य कदम है जो कि भारत में सबसे बड़ी सोने की खरीदारी का मौसम है। ज्वैलर्स ऑफ इंडिया को हाल ही में कई अभूतपूर्व घटनाओं से गुजरना पड़ा जिसकी शुरुआत डिमोनेटाइजेशन से हुई और इसके कारण ज्वैलरी सेक्टर को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिवाली के बाद शादी के मौसम हैं। जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर में नया उत्साह उमड़ा है और उम्मीद है कि आने वाले समय में एक बार फिर यह क्षेत्र आकर्षक क्षेत्र बन जाएगा। डायमंड सेक्टर भी कीमतों में उतार-चढ़ाव, अनिश्चित आर्थिक परिस्थितियों और लैब में तैयार डायमंड्स के कारण अनेक दिक्कतों और समस्याओं के दौर से गुजर रहा है और कारणतः इस सेक्टर में भी ग्रोथ मंद होने लगा है। दुबई में डायमंड कॉन्फ्रेंस का तीसरा संस्करण एक उपयुक्त समय पर होने वाला है जहां इस क्षेत्र के वैश्विक स्तर के दिग्गजों, बैंकरों और उद्योग के हितधारक एकजुट होंगे और इस सेक्टर को नये मुकाम तक ले जाने और यहां उपलब्ध अवसरों को परिभाषित करने की कोशिश करेंगे। इस अंक में हमने दुबई मल्टी कमोडिटी सेंटर (डीएमसीसी) के चेयरमैन और किम्बरली प्रोसेस के पूर्व अध्यक्ष अहमद बिन सुलेम के साथ एक विशेष साक्षात्कार किया है जिसमें उन्होंने डीएमसीसी और डायमंड कांफ्रेंस के बारे में विशेष उल्लेख किया है। |