पॉलिश्ड डायमंड की पहचान के लिए अलरोजा ने लांच किया डिटेक्टर

हीरा उत्पादन में दुनिया के अग्रणी अलरोजा ग्रुप ने पॉलिश्ड नेचुरल (नैसर्गिक) और कृत्रिम (सिंथेटिक) डायमंड को परखने के लिए देश में पहली बार डिटेक्टर का प्रदर्शन किया। अलरोजा डायमंड इंसपेक्टर नामक इस उपकरण के जरिए प्राकृतिक और सिंथेटिक पॉलिश्ड हीरे की पहचान सुनिश्चित की जा सकती है। उपकरण की किफायती कीमत और हाई एक्यूरेसी को देखते हुए कंपनी को उम्मीद है कि रूस सहित दुनिया भर में डिटेक्टर की अच्छी मांग होगी। कंपनी अधिकारियों का दावा है कि उसके डिटेक्टर के जरिए प्रयोगशालाओं में विकसित कृत्रिम हीरे की प्राकृतिक हीरे के साथ मिलावट रोकी जा सकती है और ऐसे आपूर्तिकर्ताओं पर अंकुश लगाया जा सकता है।

अलरोजा डायमंड इंसपेक्टर के जरिए पॉलिश किए हुए प्राकृतिक, सिंथेटिक और ट्रीटेड हीरे के साथ ही क्यूबिक ज़िरकोनिया, मोइसनाइट जैसे अन्य पॉलिश किए नकली हीरे (सिमुलेटर) की पहचान आसानी से कर सकते हैं। इस उपकरण के जरिए न सिर्फ आप आभूषण में जड़ित हीरे का बल्कि केवल हीरे का भी विश्लेषण कर सकते हैं।

हीरा कारोबार से जुड़े लोगों के लिए उपयोगी इस उपकरण का विकास अलरोजा ने फेडरल स्टेट बजेटरी इंस्टीट्यूशन टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट फॉर सुपरहार्ड एंड नॉवेल बार्बन मैटेरियल्स (टीआईएसएनसीएम) के विशेषज्ञों के सहयोग से किया है। डायमंड साइंटिफिक एंड टेक्नॉलोजिकल सेंटर एलएलसी नामक संयुक्त उपक्रम को उपकरण के निर्माण और बिक्री की जिम्मेदारी दी गई है।

डायमंड साइंटिफिक एंड टेक्नॉलोजिकल सेंटर एलएलसी के महाप्रबंधक व्लादिमीर स्कीलरुक ने बताया, 'अलरोजा डायमंड इंस्पेक्टर के प्रमुख प्रतिस्पर्धी फायदों में से एक तीन ऑप्टिकल डिटेक्शन मेथड का इस्तेमाल है, जो उच्च मूल्यांकन का भरोसा देता है। इस तकनीक के लिए अंतरराष्ट्रीय पेटेंट कराया गया है। साथ ही कंपनी बाजार में मौजूद अन्य प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कम कीमत पर इस उपकरण की बिक्री करेगी। कीमत का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि हमारे डिटेक्टर का मूल्य९.९ हजार अमेरिकी डॉलर है, जबकि इसी तरह के अन्य विदेशी डिटेक्टर की कीमत १८-२० हजार डॉलर तक है। स्कीलरुक ने कहा कि कंपनी का प्रयास है कि डायमंड पेशेवरों को कंपनी का यह नया उपकरण न सिर्फ किफायती दर पर मिले बल्कि उनका भरोसा भी हम जीतें।

उन्होंने कहा कि डिटेक्टर का निर्माण डायमंड ज्वेलरी मैनुफैक्चरर्स, ज्वेलरी स्टोर्स, पैनशॉप्स, जेमोलॉजिस्ट्स (प्रीशियस और सेमी-प्रीशियस स्टोंस के विशेषज्ञ) को ध्यान में रखते हुए किया गया है। हमारे अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में उस तरह के उपकरणों के लिए संभावित खरीदारों की संख्या ३५० हजार से कहीं ज्यादा हो सकती है। बाजार में मौजूद अघोषित सिंथेटिक स्टोंस की देखते हुए इस तरह के उपकरण की मांग बढ़नेवाली है।

स्कीलरुक ने कहा, 'दुर्भाग्य से, दुनिया के सबसे बड़े डायमंड सेंटरों पर भी ऐसे मामले उजागर हुए हैं जिनमें पॉलिश किए गए प्राकृतिक डायमंड के साथ सिंथेटिक रफ डायमंड की मिलावट पाई गई है। हमारे उपकरण के जरिए आप हीरों के ढेर के बीच ओरिजिनल डायमंड के ओरिजिन के बारे में शीघ्र और सटीक जानकारी हासिल कर सकते हैं कि वह कुछ हफ्तों में लैबोरेटरी में विकसित किए गए रफ डायमंड का इस्तेमाल कर तैयार किया गया है अथवा सैकड़ों लाखों-करोड़ों साल के दौरान तैयार प्राकृतिक रफ डायमंड से उसे बनाया गया है।

अलरोजा डायमंड इंसपेक्टर का सबसे पहले प्रदर्शन असे चेंबर ऑफ रसिया के पब्लिक एक्सपर्ट बोर्ड के समक्ष २० मार्च को किया गया, जो कि यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन क्षेत्र में सिथेटिक प्रीशियस स्टोंस के सर्कुलेशन से जुड़ी समस्याओं के समाधान की दिशा में काम कर रहा है।