भारत डायमंड वीक का आगाज
उद्घाटन शो का हिस्सा बने १००० से अधिक विजिटर

मुंबई के बीकेसी में स्थित भारत डायमंड बोर्स (बीडीबी) की ओर से भारत डायमंड वीक का आयोजन किया गया जिसके उद्घाटन समारोह में भारत और दुनिया के अन्य देशों से आए १००० से अधिक विजिटर्स शामिल हुए। भारत डायमंड वीक की शुरुआत २३ अप्रैल को हुई जिसका औपचारिक उद्घाटन मुंबई में यूएस के महावाणिज्य दूत श्री एडगार्ड डी. केगन ने किया। २५ अप्रैल तक चलनेवाले इस शो को लेकर हीरा उद्योग में भारी उत्सुकता थी, जिसे देखते हुए बीडीबी ने तय समय से पांच दिन पहले ही रजिस्ट्रेशन से जुड़ी प्रक्रिया पूरी कर ली। इसका आयोजन बीडीबी के परिसर में ही विशेष तौर पर बनाए गए मार्की में किया गया है।

बीडीबी के उपाध्यक्ष और डायमंड वीक प्रोजेक्ट के प्रमुख श्री मेहुल शाह ने कहा, 'कई महीनों की योजना और कड़ी मेहनत के बाद हम पहले भारत डायमंड वीक शो की मेजबानी के लिए तैयार हैं। उद्घाटन समारोह को सफल बनाने में योगदान करनेवाले सभी लोगों का मैं शुक्रिया अदा करता हूं। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हमने कई असाधारण योजनाएं बनाईं और समन्वित प्रयास किए जिसके दम पर ही यह अविश्वसनीय शो हम आपके समक्ष पेश करने में कामयाब हो सके।

भारत डायमंड वीक शो की तैयारी से पहले पिछले सप्ताह हमने शानदार क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया, जिसकी विजेता टीम बीडीबी इलेवन रही। इसके चलते डायमंड शो और हमारे व्यापार को लेकर लोगों में भारी उत्साह दिखा। अब शो शुरू हो चुका है और उद्भुत वातावरण में हर किसी की रुचि के लिए शो में कुछ ना कुछ है। शो के दौरान २४ अप्रैल को गाला डिनर का आयोजन किया गया जिसे ब्रुसेल्स एयरलाइंस ने प्रायोजित किया।

बीडीबी के प्रेसिडेंट श्री अनूप मेहता ने कहा, ' क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत के साथ ही बोर्स में कार्निवाल जैसा माहौल बन गया था। हम बेहद खुश हैं कि अब डायमंड वीक भी शुरू हो गया है। मुझे पूरा भरोसा है कि यह शो हीरा उद्योग के कैलेंडर का अहम हिस्सा बनेगा। विश्व हीरा उद्योग के लिए भारत एक अहम बाजार है और उम्मीद है कि भारत डायमंड वीक में शामिल हीरा उद्यमियों और दोस्तों को शो में कारोबार के लिए परफेक्ट सेटिंग मिलेगी। हमाला लक्ष्य है कि साल में दो बार भारत डायमंड वीक का आयोजन किया जाए।

भारत डायमंड वीक में सिंथेटिक डायमंड का पला लगाने से जुड़े उपकरणों और प्रतिस्पर्धी मूल्य वाली सेवाएं भी शामिल की गई हैं। सिंथेटिक डायमंड से जुड़े मुद्दे पर चर्चा के लिए सेमिनार के साथ कई दौर की बैठकें भी आयोजित की गईं।