आईजीजेए ने जेम एंड ज्वैलरी निर्यात को बढ़ावा देने वाले इंडस्ट्री
के प्रमुख हस्तियों को सम्मानित किया

सुरेश प्रभु ने कहा कि चूंकि निर्यात एक स्ट्रैटेजिक मुद्दा है जो भारत के हित को बढ़ावा देता है। इसलिए इसकी रणनीतिक प्राथमिकता देना जरुरी है।

निर्यात को प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग में लाने से भारत को वर्तमान परिवेश में २०३५ तक १० ट्रिलियन अमरीकी डालर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

जेम एंड ज्वैलरी की अपेक्स इंडस्ट्री बॉडी जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) ने जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के सभी कैटेगरी के विजेताओं को सम्मानित करने के लिए मुंबई में ४४वें इंडिया जेम एंड ज्वैलरी अवाड्र्स का आयोजन किया। यह बेहतरीन अवार्ड समारोह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री व नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु और श्रीमती पूनम महाजन, संसद सदस्य की उपस्थिति में आयोजित हुआ और इसमें इंडस्ट्री के निर्यात क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रमुख हस्तियों को सम्मानित किया गया।

इंडस्ट्री के इन प्रमुख हस्तियों को प्रतिष्ठित जूरी के सदस्यों ने उनके वर्ष २०१६-१७ के दौरान ग्रोथ, निर्यात उत्कृष्टता, मार्केटिंग इनिसिएटिव्स, इन्नोवेशन, वैल्यू एडिशन और अनुसंधान एवं विकास में उनके निवेश आदि में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए चुना। जीजेईपीसी को १२ ९ नामांकन प्राप्त हुए थे, जिनमें से कुल ४४ विजेता चुने गए।

वाणिज्य एवं उद्योग तथा नागरिक उड्डयन मंत्री माननीय केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि वित्त वर्ष १७-१८ के दौरान हमने पिछले ६ वर्षों में सर्वाधिक २०% की दर से निर्यात में वृद्धि दर्ज की है और उम्मीद है कि वर्ष १८-१९ में भी हम बेहतर परिणाम दर्शाएंगे। उन्होंने कहा कि आज दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है और वैश्विक वातावरण जिसमें हम अपने बिजनेस चला रहे हैं, और कठिन होता जा रहा है। इस वजह से वैश्विक व्यापार में काफी दिक्कतें आ रही हैं। डब्ल्यूटीओ द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं के मुकाबले हमें एक रास्ता निकालना होगा और पिछले साल के ७.६% के मुकाबले ८-९% पर तेजी से बढ़ना होगा और हमें उम्मीद है कि हम भविष्य में भी इस गति को बनाए रखने में सक्षम रहेंगे। मुझे इस इंडस्ट्री के साथ जुड़े होने पर गर्व है क्योंकि यहां ग्रोथ की अपार संभावनाएं हैं।

श्री मंत्री ने कहा कि बैंकिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है और हमें इसका समाधान ढूंढ़ना होगा और इसपर काम करना जारी रखना होगा जिससे कि इस क्षेत्र की वास्तविक क्रेडिट आवश्यकताओं को पूरा सुनिश्चित किया जा सके।

उन्होंने कहा कि हर गांव में एक ज्वैलर होता है जो हस्तनिर्मित और कस्टममेड ज्वैलरी बनाता है। इनके कारीगरों को ज्वैलरी डिजाइनर मदद करके अत्यंत बेहतरीन ज्वैलरी उत्पाद बना सकते हैं जिनका निर्यात मार्केट में काफी अच्छा वैल्यू मिलेगा। हम ऐसे मॉडल विकसित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जीजेईपीसी और केंद्र दोनों वांछित उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए एक रणनीति तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

श्री प्रभू ने जीजेईपीसी को निर्यात मोर्चे पर आगे बढ़ने और प्रचार के लिए अधिक सेक्टर और उद्योग-स्तरीय तालमेल और एकजुटता पर जोर देने को कहा। एक नई घरेलू परिषद का जिक्र करते हुए जिसे जल्द ही श्री प्रभु द्वारा गठन किया जा रहा है, कहा कि चूंकि जीजेईपीसी निर्यात में लीड सुनिश्चित करने, निर्यात प्रोत्साहनों पर जोर देने और उपायों पर काम कर रही है, घरेलू सपोर्ट को भी आगे लाना चाहिए और न्यू काउंसिल को भी आगे बढ़ाना चाहिए।

जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने का कि जीजेईपीसी जो जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री की शीर्ष निकाय है, इंडस्ट्री में रोजगार बढ़ाने और निर्यात को प्रोत्साहित करने से लिए विकास के सभी पहलुओं पर काम कर रही है। हम दुनिया में नेतृत्व की स्थिति प्राप्त करने में उनके व्यापक समर्थन के लिए इंडस्ट्री के सभी लोगों, विजेताओं और जूरी के सदस्यों को बधाई देना चाहते हैं। हमें यह बताते हुए भी खुशी हो रही है कि जीजेईपीसी ने महाराष्ट्र सरकार के साथ मुंबई में १३८०० करोड़ रुपे के निवेश के साथ भारत के सबसे बड़े ज्वैलरी पार्क स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस से इंडस्ट्री में १ लाख और रोजगार का निर्माण होगा।

लोकसभा एमपी पूनम महाजन ने अपने मुख्य भाषण में देश की अर्थव्यवस्था में जेम एंड ज्वैलरी सेक्टर की भूमिका के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि भारतीय जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री हमारी अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और देश में लाखों लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है। यह पुरस्कार समारोह उद्योग के सभी वर्टिकल को उनके निर्यात उत्कृष्टता के लिए मान्यता देने वाला एक आदर्श मंच रहा है। इस मंच ने महिला उद्यमियों और एमएसएमई निर्यातकों को अगले स्तर पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया है। मैं प्रत्येक पुरस्कार विजेता को बधाई देती हूं और आगामी वर्षों में इनकी और अधिक सफलता की कामना करती हूं।

प्रेसियस मेटल, ज्वैलरी-प्लेन एवं स्टडेड, सिल्वर ज्वैलरी, कट एंड पॉलिश्ड डायमंड्स, कॉस्ट्यूम फैशन ज्वैलरी, कलर्ड जेमस्टोन्स, फॉरेन टूरिस्ट को ज्वैलरी बेचना और सिंथेटिक स्टोन श्रेणी जैसे कुल ४४ पुरस्कार दिए गए। सात स्पेशल अवाड्र्स दिये गए जो विशेष वर्गीकरण जैसे सबसे बढ़िया इन्नोवेटिव कंपनी, सबसे सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनी, महिला उद्यमी, सर्वश्रेष्ठ डिजिटल पहल, आजीवन उपलब्धि इत्यादि। वित्त और समर्थन के मामले में उद्योग विकास में योगदान देने वाले बैंकों और एजेंसियों को ७ नए पुरस्कार दिए गए।

विजेताओं का चयन करने वाले जूरी सदस्यों में सुश्री निरुप्पा भट्ट, एमडी - जीआईए, भारत, अरवामुदन कृष्णा कुमार, पूर्व प्रबंध निदेशक - एसबीआई और सुश्री जयश्री रामस्वामी, मुख्य वित्तीय अधिकारी और कंपनी सचिव, डुन और ब्रैडस्ट्रीट इंडिया शामिल थीं।

आईजीजेए २०१७ जीआईए द्वारा संचालित था, एमरल्ड द्वारा भागीदारी और आरएमसी रत्न द्वारा समर्थित था।