इस साल जीजेईपीसी द्वारा आयोजित इवेंट के इंडिया पेवेलियन में ४० जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्टर्स ने हिस्सा लिया और यहां अमेरिकी बाजारों के लिए विशेष रुप से तैयार किये गए अपने कई प्रकार के ट्रेडी, अनूठे और नवीन आभूषणों का प्रदर्शन किया गया। इंडिया पवेलियन जेसीके पासपोर्ट और डायमंड प्लाजा में था।

जीजेईपीसी के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि अमेरिका भारतीय जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। भारत ने २०१८ में १०.५८ बिलियन अमेरिकी डॉलर के जेम और ज्वैलरी उत्पादों का निर्यात किया। अमेरिका में बढ़ती जीडीपी विकास दर, रोजगार दर और निजी उपभोग व्यय ने भारत के जेम्स एंड ज्वैलरी के निर्यात बाजार में वृद्धि का योगदान दिया है। ऐसा माना जाता है कि अमेरिका की इस मांग की यह गति आगे भी जारी रहेगी। भारतीय जेम एंड ज्वैलरी इंडस्टड्ढी के निर्यात के लिए यह एक अच्छा संकेत है। एनआरएफ (नेशनल रिटेल फेडरेशन) के वार्षिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि अमेरिका अकेले इस वर्ष आभूषण श्रेणी पर ५.२ बिलियन डॉलर का निवेश करने की उम्मीद कर रहा है जो पिछले साल की तुलना में ३१% अधिक है। मदर्स डे पर यहां अच्छे कारोबार हुए। और सबसे अच्छी बात यह है कि इंडिया अमेरिकी ज्वैलरी मार्केट में १९ प्रतिशत से अधिक ज्वैलरी की आपूर्ति करता है।

भारत के लिए जेसीके लास वेगास इवेंट अमेरिका में अपने नेटवर्क को और मजबूत करने और निर्यात में सुधार करने का एक महत्वपूर्ण मंच रहा है। यह भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजारों में नवीनतम रुझानों को समझने का अवसर देता है। वे इसे समझकर हर साल आयोजित होने वाले इस इवेंट में यहां के खरीदारों के लिए ट्रेडी और नवीन ज्वैलरी पीसेस लेकर आते हैं। इंडिया पैवेलियन में बड़े निर्माताओं ने भाग लिया। साथ ही इंडिया पेवेलियन में प्रदर्शित हाई क्वालिटी के उत्पादों जिसमें लूज डायमंड्स, लूज कलर्ड जेमस्टोन्स, प्लेन गोल्ड ज्वैलरी, पर्ल ज्वैलरी, सिल्वर ज्वैलरी के साथ साथ डायमंड एवं कलर्ड स्टोन स्टडेड ज्वैलरी खरीदारों को देखने को मिले।

इस साल जेसीके के इंडिया पवेलियन में कुछ विशेष आकर्षण थे। इसमें एक विशेष भारत डिज़ाइन गैलरी थी जहां अमेरिकी बाजारों के लिए बनाए गए कुछ सबसे शानदार गहने के पीसेस प्रदर्शित थे। इसका थीम कॉसमॉस था जो २०२० में अमेरिकी उपभोक्ता रुझानों का का प्रतीक था। यहां प्रदर्शित ज्वैलरी अत्यंत गहन एवं जटिल रूप से तैयार रिंग्स, पेंडेंट, झुमके, कंगन इत्यादि थी। इनमें से अधिकांश के लौकिक तत्वों में विविधता थी। आप इन ज्वैलरी को इंडिया पैवेलियन के बूथ संख्या ४४०६३/६१, ४५०६२/६० देख सकते थे।

जीजेईपीसी के वाइस चेयरमैन कॉलिन शाह ने कहा कि इंडिया डिज़ाइन गैलरी में भारत के फाइनेस्ट कुछ बेहतरीन समकालीन गहनों को प्रदर्शित किया गया था। इन गहनों को भारत के विभिन्न हिस्सों में डिजाइन और निर्मित किए गए थे और इन सबमें एक ही समानता थी और वही थी कि ये गहने दुनिया के लिए कालातीत गहने हैं। भारतीय ज्वैलर्स और शिल्पकार दुनिया भर के ग्राहकों की मांग को पूरा करते हैं। भारत में विश्व के ज्वैलरी चाहकों के किसी भी प्रकार के ज्वैलरी चाहत को पूरा करने की क्षमता है और यह तभी संभव होता है जब जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री दुनिया की नवीनतम टेक्नोलोजी को अपनाती है।

जेसीके के इंडिया इंडिया डिजाइन गैलरी में प्रदर्शित ज्वैलरी की डिजाईन को डिजाइनर्स ऑफ आर्टिसन अवाड्र्स ने तैयार किया था। डिजाइनर्स ऑफ आर्टिसन अवाड्र्स जीजेईपीसी की एक पहल है और जो बेस्ट ज्वैलरी डिजाइन को पुरस्कृत करती है और कलाकारों की कलात्मकता, नवीनता और व्यक्ति को सम्मानित करती है। इससे ज्वैलरी डिजाइनरों के कलाकारों का मनोबल उन्नत होता है।

इंडिया डिज़ाइन गैलरी में शोकेस किए गए ज्वैलरी के पीसेस पर मिलान चोकशी, संयोजक प्रचार और विपणन जीजेईपीसी ने कहा कि इंडिया डिज़ाइन गैलरी में प्रदर्शित हर ज्वेल पीस डिजाइनरों के विजन हैं। आर्टिजन अवार्ड जीजेईपीसी की क्यूरेटेड बौद्धिक संपदा है जो भारतीय डिजाइनरों को उनकी प्रतिभा निखारने का मौका देती है। दुनिया भर के डिजाइन गैलरीज में भारत के इस पीसेस की मांग शानदार और जोरदार रहेगी।

आज भारतीय जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री अपने शिखर पर है। वर्ष २०१८ में भारत का समग्र जेम एंड ज्वैलरी निर्यात ३९४६१.०७ मिलियन अमेरिकी डॉलर था। इसके लिए सभी ५ मिलियन हमारे कारीगरों धन्यवाद के पात्र हैं। इस इंडस्ट्री में नैतिक बिजनेस महत्वपूर्ण होता है। बिज़नेस विद कॉन्साइंस जेम एंड ज्वैलरी के दशकों पुराने मंत्र हैं। यह वास्तव में उद्योग द्वारा किए गए प्रयासों को दर्शाता है कि न केवल इसने अपने कारीगरों की भलाई के लिए सुधारवादी उपायों को अपनाना बल्कि अधिक अच्छाई के लिए कई अन्य कार्यक्रमों की शुरुआत की है।

इंडियन जी एंड जे इंडस्ट्री और जीजेईपीसी ने आधुनिकीकरण, सुरक्षा, स्वच्छता और अन्य सामाजिक-आर्थिक लाभों जैसे कि चिकित्सा सुविधाओं, रोजगार सृजन और दूसरों के लिए श्रमिकों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के उच्च मानकों में भारी निवेश किया है।

श्री कॉलिन शाह ने आगे कहा कि एक भारतीय होने और जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के शिखर निकाय होने के नाते प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों को आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य है क्योंकि ये प्रतिभाएं हमारी धरोहर हैं। हम लगातार उनके साथ-साथ उनके परिवारों के लिए कई सामाजिक-आर्थिक लाभों के माध्यम से उनके जीवन को उन्नत बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

जीजेईपीसी का मुख्य कार्य अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में जेम एंड ज्वैलरी उत्पादों को बढ़ावा देना है। पिछले कुछ वर्षों में इसने ज्वैलरी उत्पादों के प्रोत्साहन के लिए कई महत्वपूर्ण शो का आयोजन किया है जिसमें इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो (आईआईजेएस), आईआईजेएस सिग्नेचर, इंडिया जेम एंड ज्वैलरी मशीनरी एक्सपो (आईजीजेएमई) शामिल हैं। जीजेईपीसी इंडिया पेवेलियन का भी आयोजन करता है। इसमें जीजेईपीसी बैनर के तहत कई कंपनियों की भागीदारी होती है। जेसीके लास वेगास, हांगकांग, बेसल और दुनिया भर में कई अन्य जैसे अंतरराष्ट्रीय शो इसमें शामिल हैं। यह विभिन्न उत्पाद-विशिष्ट क्रेता-विक्रेता बैठकें, व्यापार प्रतिनिधिमंडलों को भेजना और उनकी मेजबानी करना और विदेशों में विज्ञापनों के माध्यम से निरंतर छवि निर्माण करना, प्रकाशन और ऑडियो-विजुअल इस काउंसिल कि कुछ महत्वपूर्ण व्यापार संवर्धन गतिविधियाँ हैं।

इंडियन इंडस्ट्री अपने लिए स्व-विनियमन पर भी काम कर रहे हैं। जीजेईपीसी ने परिचालन में पूरी पारदर्शिता के लिए माय केवाईसी बैंक पोर्टल लॉन्च किया। माई केवाईसी बैंक जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के लिए एक केंद्रीकृत केवाईसी रिपोजिटर कम एक्सचेंज मंच है। इस माय केवायसी बैंक में फिलहाल जीजेईपीसी, भारत डायमंड बोर्स और एंटवर्प वल्र्ड डायमंड काउंसिल और डीएमसीसी शामिल हैं।