आईजीआई का डी शो का नई संकल्पना, असाधारण डिजाइन और रचनात्मकता के साथ शुभारंभ

आईजीआई का डी शो का नई संकआईजीआई का डी शो ने गोवा के ग्रैंड हयात में भव्य शुभारंभ हुआ। इस शो में एक सौ से अधिक हीरे के गहने के रिटेलर्स ने भाग लिया। शो के पहले दिन इंडस्ट्री के कुछ प्रमुख ब्रांडों ने बेहतरीन डिजाइन कृतियों को प्रदर्शित किया। यह एक क्रेता-विक्रेताओं का राष्ट्रीय मिलन प्रोग्राम था जिसमें पारंपरिक और समकालीन डिजाइनों को पूर्ण रुपेण दिखाया गया। ल्पना, असाधारण डिजाइन और रचनात्मकता के साथ शुभारंभ

इस शो उद्देश्य अपने व्यापार के खुद राजा बनों था और रिटेलर्स से उनके ग्राहकों के लिए अच्छे ब्रांडों को चुनने का अनुरोध किया गया। शो में २८ डिजाइन प्रोफेशनल्स के कृतियों को प्रदर्शित किया गया तथा इस शो में ज्वैलरी सेक्टर के विभिन्न चेन स्टोर्स, रिजनल चेन स्टोर्स और बड़े सिंगल स्टोर्स वाले ११३ रिटेलर्स ने भाग लिया। इस शो में देश के क्षेत्रों के कुछ अविश्वसनीय शिल्प कौशल, अद्भुत अंतर्दृष्टि और नई धारणाएं देखने को मिली। इस शो का मुख्य उद्देश्य भी यहीं है कि इसमें प्रतिभाशाली कलाकारों व कारीगरों की बेहतरीन डिजाइन प्रतिभा का प्रदर्शन हो सके। शो में डिजाइनर ज्वैलरी और लाइटवेट ज्वैलरी को प्रोत्साहित किया गया जो आज के युवा पीढ़ी की पसंद हैं।

इस अवसर पर आईजीआई के एमडी तहमस्प प्रिंटर ने कहा कि डी शो के इस संस्करण में रचनात्मकता और पारंपरिक प्रथाओं दोनों को शामिल किया गया। यह शो निश्चित रूप से आंतरिक और अद्वितीय शिल्प कौशल का संगम है। रमेश चंद्र पारेख ज्वैलर्स के धर्मेश पारेख ने कहा कि ज्ञान साझा करने और नए और लाभकारी व्यापार संबंधों को बनाना इस शो का मुख्य ध्येय है। इस शो ने प्रीमियम ट्रेड शो के बीच खुद के लिए एक जगह बनाई है। डी शो के पहले दिन से ही डायमंड ज्वेलरी इंडस्ट्री के कुछ बेहतरीन ब्रांडों की बेहतरीन रचनाएं देखने को मिली हैं। शो १३ जून को समाप्त हुआ।

हीरे, जेमस्टोन और बेहतरीन हीरे के आभूषणों की ग्रेडिंग और प्रमाणन में विश्व का विश्वसनीय प्राधिकारी होने के नाते आईजीआई प्रमुख ग्राहकों और प्रतिभागियों को जोड़ने के महत्व को समझता है ताकि अंतिम ग्राहकों को रचनात्मकता और गुणवत्ता का लाभ मिल सके। वर्ष २०१२ से डी शो को काफी सफल रहा है और इस क्षेत्र के पेशेवरों से बातचीत करने और व्यापक ज्ञान लाभ का एक महत्वपूर्ण मंच रहा है।