राजकोट गोल्ड ऑर्नामेंट इंडस्ट्री के लिए प्रसिद्ध
यह भारत का है सबसे आकर्षक ज्वैलरी मार्केट

राजकोट अपने स्वर्ण आभूषण इंडस्ट्री के लिए न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में, विशेषकर जहां भारतीय रहते हैं, प्रसिद्ध है। राजकोट में निर्मित सोने के गहने खाड़ी देशों, ब्रिटेन, अमेरिका, हांगकांग, सुदूर पूर्व, सिंगापुर, केन्या, युगांडा, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा और यूरोपीय संघ के देशों सहित अफ्रीकी देशों के शहरों के अलावा भारत के सभी प्रमुख और छोटे शहरों में बेचे जाते हैं।

यहां एक लाख से अधिक कारीगर सोने के गहने बनाने में लगे हुए हैं, जिनमें ४०,००० बंगाली कारीगर है। ये कारीगर बैंगल्स और बाली तैयार करने में माहिर हैं। राजकोट में विभिन्न प्रकार के गहने बनाने वाले कारीगर हैं जो रिंग्स से लेकर इयरिंग्स, चेन्स, बैंगल्स, हाफ-सेट और फूल-सेट ऑफ नेकलेस, पेंडल्स, हेयर पिन्स, विंचु (पैर की अंगुलियों के लिए रिंग्स), वेस्ट-बेल्ट, अपर आर्म बेल्ट, कड़ा, बाला, नोज रिंग और नोज पिन, मंगलसूत्र, माला, वर्टिकल माला आदि बनाते हैं। इसके अलावा, राजकोट के कारीगर डायमंड जड़ित ज्वैलरी जैसे रिंग्स, नेकलेस, इयरिंग्स और पेंडेंट आदि भी तैयार करते हैं।

राजकोट मिनकारी वर्क के लिए भी जाना जाता है। इसमें विशेष कार्य कौशल की आवश्यकता होती है। कोई भी इस काम को नहीं कर सकता है। यह एक स्पेश्यलाइज्ड जॉब है जिसमें फोटोग्राफिकल वर्क भी शामिल रहता है।

एक और क्षेत्र जिसमें राजकोट की विशेषता है, वह है प्रेस कटिंग ऑर्नामेंट्स। कास्टिंग आधारित आभूषणों की तरह डाई कट मेटल इस ऑर्नामेंट को बनाने में उपयोग किया जाता है जो एक परफेक्ट और इवेन लुक देता है। डाई कट के अलावा, हाथों से निर्मित गहने भी बनाए जाते हैं जिसमें रास रावा प्रोसेस का इस्तेमाल किया जाता है। विभिन्न ऑर्नामेंट्स को तैयार करने में रॉ गोल्ड का इस्तेमाल किया जाता है और इसके प्राथमिक स्वरूप बन जाने के बाद यह सभी मैनुअल प्रक्रिया के माध्यम से गुजरता है और फिर इसे अंतिम रुप दिया जाता है। यह राजकोट का असली हस्तकला काम है और ऐसे काम कहीं नहीं पाए जाते।

डायमंड और अन्य स्टोन्स की सेटिंग में भी विशिष्ट कौशल की आवश्यकता होती है और राजकोट में ऐसे स्टोन्स सेटर्स की भरमार है। इसके अलावा, यहां अनेक कारीगर पिलिंग जॉब (छोल-काम) में लगे हुए हैं जो ऑर्नामेंट बनाते समय उसके रफ सरफेस को चिकना करते हैं और उसमें चमक लाते हैं। एक ज्वैलरी के पूरा हो जाने के बाद उसे चमकाने की आवश्यकता होती है और राजकोट में सोने के गहनों को चमकाने का काम करने वाले अनेकों कारीगर हैं।

अब तक हम गहने के निर्माण की बात की लेकिन उनकी बिक्री का क्या? आपको बता दूं कि राजकोट में ३००० से अधिक शोरूम ज्वैलर्स हैं। कई छोटे खुदरा विक्रेता हैं, लेकिन राजकोट उन शहरों में से एक है जहां अधिकतम स्वर्ण आभूषणों के शो रूम हैं। यहां १०० से अधिक बड़े शोरूम हैं और यहां मुख्य ज्वैलरी मार्केट ६ किलोमीटर एक छोर से दूसरे छोर तक फैला हुआ है। इस मुख्य ज्वैलरी बाजार के अलावा दूसरे सभी बाजारों में भी ज्वैलरी के शो रुम हैं।

लोकल शोरूम के अलावा सोने के गहने की बिक्री के लिए यहां एक और माध्यम है और वह है होलसेल चैनल्स। पूरे देश में राजकोट के गहनों की भारी मांग है। राजकोट में ५०० से अधिक सोने के गहनों के थोक आपूर्तिकर्ता हैं और यहां ५००० से अधिक सोने के गहनों के निर्माता हैं। ये पूरे देश को राजकोट के गहनों की ज़रूरतों को पूरा करते हैं। इनमें से कुछ वास्तव में बड़े और प्रसिद्ध हैं। कुछ निर्यातक हैं जो राजकोट के गहनों को दूसरे देश में निर्यात करते हैं। हालांकि इनमें से कुछ सीधे निर्यात करते हैं जबकि इनमें से ज्यादातर मुंबई आधारित निर्यातकों के माध्यम से निर्यात करते हैं। राजकोट में सोने के गहनों के निर्यात के लिए पर्याप्त सुविधाएं जैसे कस्टम क्लियरेंस, वेयर हाउस, अन्य सरकारी एजेंसी सेटअप नहीं हैं, इसलिए निर्यातकों को मुंबई स्थित निर्यातकों पर निर्भर होना पड़ता है।

राजकोट में बने सोने के गहनों का विशिष्ट पहलू इसकी शुद्धता और विश्वसनीयता है। जब एक फुटकर विक्रेता, जहां से आप एक छोटे से सोने की अंगूठी खरीदते हैं, मान लीजिए वह २२ कैरेट का है तो वह २२ कैरेट ही होगा। वह इससे कम या ज्यादा नहीं होगा चाहे वह हॉलमार्क हो या न हो। राजकोट के सभी व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं के आपको यही अनुभव मिलेगा चाहे वह मेन बाजार का बड़ा शोरुम हो या छोटी लेन का छोटा शोरुम। यह राजकोट के इस उद्योग की सफलता का रहस्य है।

राजकोट के सोने के गहनों के कारोबार के साथ साथ चांदी के गहनों और बर्तनों का का कारोबार और उत्पादन भी यहां जोरदार होता है। पूरे देश में चांदी के गहनों की मांग राजकोट के चांदी के गहनों के निर्माता और आपूर्तिकर्ता करते हैं। राजकोट में तैयार चांदी के गहनों की खास विशेषता उनकी उच्च शुद्धता है। इसके अलावा, ऐसे अनेक सोने और चांदी के गहनों के निर्माता हैं जो इन्हें बनाने के मशीनरियों का इस्तेमाल करते हैं। यहां गोल्ड कास्टिंग मशीनरी निर्माता भी हैं जो इन मशीनरियों का निर्यात करते हैं।

राजकोट ज्वैलरी शो के बारे में
राजकोट में पहली बार एक बी २ बी प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। यहां के व्यापारियों और गहना निर्माताओं में इस शो को लेकर काफी उत्सुकता है।

राजकोट में बने गहने और ज्वैलरी पहले से ही एक अद्वितीय और विशिष्ट पहचान वाले हैं और इसके कारीगर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। राजकोट के गहनों की पूरे भारत में व्यापारियों की भारी मांग रहती है।

राजकोट के लिए यह प्रदर्शनी बहुत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि यह इवेंट राजकोट के व्यापारियों को सीधे गुजरात और पूरे भारत के बाजार तक पहुंच बनाने में सक्षम होगा और यह पैन-इंडिया में उनके व्यापार के अवसरों को भी बढ़ाएगा। राजकोट के दुनियाभर में लोकप्रिय गहनों की विस्तृत श्रृंखला को देखने का यह अच्छा अवसर होगा।

हम सभी व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं और व्यवसायों को राजकोट आने के लिए आमंत्रित करते हैं और निर्माताओं और व्यापारियों से सीधे ऑर्नामेंट और ज्वैलरी खरीदने का अवसर प्रदान करते हैं। इस प्रदर्शनी का पूरा लाभ उठाईए।

राजकोट ज्वैलरी शो को राजकोट के सभी संगठनों जैसे राजकोट गोल्ड डीलर्स एसोसिएशन, जेम्स एंड ज्वैलरी एसोसिएशन राजकोट, राजकोट डायमंड मर्चेंट एसोसिएशन, राजकोट सिल्वर एसोसिएशन, श्री राजकोट सिल्वर एसोसिएशन, ज्वैलर्स एसोसिएशन अहमदाबाद और जीजेएफ का समर्थन प्राप्त है तथा न्यू ज्वेलर (जेटीएम) पत्रिका इस प्रदर्शनी के मीडिया पार्टनर है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार और जन्मभूमि समूह के व्यापार अखबार, मुंबई-राजकोट से जुड़े हैं।)