कैरेट्स-सूरत डायमंड एक्सपो
१० जुलाई से शुरू होगी तीन दिवसीय बी २ बी लूज डायमंड प्रदर्शनी

एसडीए के अध्यक्ष बाबू भाई एन. गुजराती
सूरत डायमंड असोसिएशन (एसडीए) की ओर से इस साल जुलाई में कैरेट्स-सूरत डायमंड एक्सपो का आयोजन किया जाएगा। तीन दिवसीय यह बी २ बी लूज डायमंड प्रदर्शनी १० जुलाई से शुरू होगी, जो ११ जुलाई तक चलेगी। एसडीए के अध्यक्ष बाबू भाई एन. गुजराती और एक्सपो के संयोजक व बोर्ड मेंबर श्री गौरव सेठीने बताया कि एसडीए हीरा उद्योग के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। साथ ही भारतीय हीरा उद्योग को विश्व में अग्रणी स्थान दिलाने की दिशा में भी एसडीए काम कर रहा है। लूज डायमंड पर आधारित प्रदर्शनी कैरेट्स-सूरत डायमंड एक्सपो हमारी उसी योजना का हिस्सा है, जिसका मकसद छोटे और मध्यम स्तर के हीरा उद्यमों के लिए नए रास्ते खोलना है। बी २ बी किस्म की इस प्रदर्शनी में छोटे और मध्यम स्तर के हीरा उद्यमियों का बड़े हीरा खरीदारों के साथ संपर्क बनेगा जिससे उनका कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। चूंकि सूरत सडक़, रेल और हवाई मार्ग से सीधे तौर पर जुड़ा है, लिहाजा इसका लाभ भी मिलेगा।

तीन दिवसीय प्रदर्शनी के दौरान रिटेल और थोक व्यवसाय से जुड़े सभी कारोबारी, डिस्ट्रीब्यूटर, आयातक और निर्यातक एक ही जगह पर उपलब्ध रहेंगे। प्रदर्शनी में १० हजार से ज्यादा विदेशी विजिटर्स के आने की संभावना है। कैरेट्स-सूरत डायमंड एक्सपो में विभिन्न तरह के हीरों की पेशकश की जाएगी जिनमें शामिल हैं राउंड और फैंसी शेप्स, पोल्की, रोज कट और फैंसी कलर।

श्री गौरव सैठी ने सूरत डायमंड एक्सपो और श्री मार्टिन रैपपोर्ट की यात्रा के बारे में विस्तृत विवकरण को साझा किया। पेश हैं उनके साथ हुई बातचीत के मुख्य अंशः वैश्विक स्तर पर जेम्स एंड ज्वेलरी कारोबारियों के बीच श्री मार्टिन रैपपोर्ट की अलग पहचान और सम्मान है, जो लूज डायमंड के बिक्री मूल्य का निर्धारण करते हैं और हर शुक्रवार को हीरे के मूल्य की सूची प्रकाशित करते हैं। कैरेट्स-सूरत डायमंड एक्सपो प्रदर्शनी को लेकर वह काफी उत्साहित हैं। वह न सिर्फ सूरत आ रहे हैं बल्कि १० जुलाई को आयोजित किए जानेवाले एक घंटे के वर्कशॉप/ कांफ्रेस में भी शिरकत करेंगे। श्री मार्टिन हीरा उद्योग के वर्तमान और भविष्य विषय पर चर्चा सत्र के दौरान अपनी राय रखेंगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि गैर रैपनेट सदस्यों के अलावा यह उनका पहला कांफ्रेस होगा।

प्रदर्शनी में में हिस्सा लेनेवाले प्रदर्शकों के लिए आपने ४० हजार से ४५ हजार रुपये के बीच शुल्क तय किया है। यह कैसे संभव हो सका?

हां, आप बिलकुल सही कह रहे हैं। आम तौर पर, ज्वेलरी प्रदर्शनी में हिस्सेदारी के लिए बूथ शुल्क कम से कम १.२५ लाख रुपये से शुरू होता है, लेकिन हमने उसका लगभग एक तिहाई ही चार्ज रखा है।

एक्सपो में आनेवाले लोगों के लिए कोई विज़िटर रिजस्ट्रेशन फॉर्म या ब्रोशर प्रिंट नहीं किया गया है, जिसके चलते प्रिंटिंग से जुड़े खर्च में बड़ी बचत की गई है।

फेसबुक को भुगतान के जरिए कोई प्रचार नहीं किया जा रहा, क्योंकि यह बी २ बी प्रदर्शनी है और हम चाहते हैं कि केवल व्यापारिक समुदाय ही शो में भाग ले। एक्सपो के बारे में कारोबारियों तक सही सूचना पहुंचाने के लिए हमने पत्रिकाओं और समाचार पत्रों के साथ हाथ मिलाया है। साथ ही ई-न्यूजलेटर का इस्तेमाल भी हम कर रहे हें, जिसके माध्यम से दुनिया भर में जेम्स और ज्वेलरी कारोबार से जुड़े ८० हजार लोगों (मेल बॉक्स) तक हम अपना संदेश भेज रहे हैं।

कैरेट्स के माध्यम से, हम मुख्य रूप से छोटे और मध्यम उद्यमियों को प्रोत्साहन देना चाहते हैं और इस तरह उन्हें नए खरीदारों के संपर्क में ला सकते हैं। हम चाहते थे कि ७५% प्रदर्शक नए हों, जो पहली बार प्रदर्शनी में अपने उत्पादोंका प्रदर्शन करें।

ज्वेलरी प्रदर्शकों को आपने शो में हिस्सा लेने की अनुमति क्यों नहीं दी?

भारत के हर राज्य में हर महीने ढेर सारी ज्वेलरी प्रदर्शनियां पहले से ही आयोजित हो रही हैं। हर आभूषण निर्माता और जौहरी सस्ते हीरे की तलाश में है। डायमंड किसी भी आभूषण का सबसे मूल्यवान हिस्सा है और सूरत हीरे का केंद्र है। ऐसे में कैरेट्स के दौरान उन्हें नए आपूर्तिकर्ता मिलेंगे जो प्राकृतिक लूज हीरे और रोज कट, पोल्की, नेचुरल फैंसी कलर जैसे विभिन्न प्रकार के हीरे दिखाएंगे।

श्री गौरव सेठी
एक्सपो के संयोजक व बोर्ड मेंबर

प्रदर्शनी के लिए आपने सौराष्ट्र भवन का ही चयन क्यों किया?

सौराष्ट्र भवन हीरा निर्माण और ट्रेडिंग इकाइयों के केंद्र में स्थित है। रेलवे स्टेशन से महज दो किमी दूर स्थित सौराष्ट्र भवन के एक किलोमीटर के दायरे में ही ज्यादातर हीरा निर्माण और व्यापार से जुड़ी इकाइयां स्थित हैं। यहां पर हीरा कारोबारी आसानी से पहुंच सकते हैं।

समूचे भारत से विजिटर को आकर्षित करने की क्या योजनाएं हैं?

ई-मार्केटिंग के अलावा हम समूचे भारत से खरीदारों को होस्टेड बायर प्रोग्राम के तहत यहां आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं ताकि वे इसका लाभ उठा सकें। इस प्रोग्राम के तहत आनेवाले खरीदारों को हम थ्री स्टार होटल में ब्रेकफास्ट के साथ एक रात ठहरने का कांप्लीमेंट्री गिफ्ट दे रहे हैं। हमने भारत और दुनिया के सभी बड़े व्यापार संगठनों को यहां आने के लिए निमंत्रित किया है।

डायमंड प्रदर्शनी के दौरान सुरक्षा एक बड़ी चिंता होती है। इसके लिए आपने क्या तैयारी की है?

आधार कार्ड हमारी प्रदर्शनी में सुरक्षा का आधार है। किसी प्रदर्शनी में सुरक्षा के लिहाज से आधार कार्ड का इस्तेमाल करनेवाला एसडीए पहला संगठन है। प्रदर्शनी में प्रवेश के समय ओरिजिनल आधार कार्ड रखना जरूरी होगा। चाक-चौबंद सुरक्षा के साथ ही प्रदर्शनी परिसर में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

विजिटर के लिए क्या कोई शुल्क रखा गया है?

एसडीए की वेबाइट www.sdasurat.org पर ३० जून तक मुफ्त रजिस्ट्रेशन कराया दा सकता है। स्पॉट (जगह पर) रजिस्ट्रेशन के लिए शुल्क चुकाना पड़ सकता है।