सरीन टेक्नोलॉजीज द्वारा कलर एंड क्लारिटी का डीकोड

इंडस्ट्री के लिए टेक्नोलोजी के क्षेत्र में नई सफलता

सरीन टेक्नोलॉजीज के सीईओ उजी लेवामी के मुताबिक उनकी कंपनी ने वैश्विक डायमंड इंडस्ट्री में कलर एवं क्लारिटी में क्रांतिकारी बदलाव के लिए नया टेक्नोलोजी विकसित किया है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी सरीन ने एक बार फिर वैश्विक डायमंड इंडस्ट्री में टेक्नोलोजिकल इन्नोवेशन के लिए ग्राउंडब्रेकिंग टेक्नोलोजी का इजाद किया है जो डायमंड इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा और उपभोक्ताओं को ग्रेडिंग की क्लारिटी तथा पॉलिश्ड सोर्सिंग में बदलाव और सोर्टिंग प्रोसेस में स्पष्टता देखने को मिलेगा। इस सफलता के साथ हमने ४उी पहेली को और अधिक हल कर दिया है, क्लारिटी, कलर और कट के साथ लाइट परफार्मेंस और अन्य मानकों के लिए इन्नोवेटिव सोल्यूशंस मिल गया है। टेक्नोलोजिकल मानकीकरण से इंडस्ट्री में अधिक से अधिक विश्वसनीयता और डायमंड उपभोक्ताओं के विश्वास में वृद्धि हुई है।

सरीन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड जो डायमंड के उत्पादकों, ट्रेडर्स और रिटेलरों के लिए उन्नत प्रणालियों के विकास और निर्माण में दुनिया की अग्रणी कंपनी है, ने न्यू ग्राउंड ब्रेकिंग टेक्नोलोजी विकसित किया है जिससे वैश्विक डायमंड इंडस्ट्री में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। यह अपने आप में पहला ऑटोमेटेड, ऑब्जेक्टिव और कंसिस्टेंट क्लारिटी, कलर मेजरमेंट और ग्रेडिंग सिस्टम है। सरीन के नवीन सरीन क्लारिटीख़् और सरीन कलरख़् टेक्नोलोजीज जो डायमंड की क्वालिटी में ४उी पर पूरा ध्यान केंद्रित करती है, डायमंड के सारे व्यक्तिगत डायमंड्स के वैल्यूएशन और बिक्री के समय ग्राहकों के विश्वास को जीतने और बढ़ाने में पूरी मदद करता है। इस कारण कंपनी की वार्षिक अनुसंधान एवं विकास पर १० मिलियन अमेरिकी डालर खर्च होता है। सरीन के इंडस्ट्री लीडिंग टेक्नोलोजी पॉलिश्ड डायमंड की ग्रेडिंग एवं क्लारिटी के लिए फिलहाल जांच के एडवांस्ड चरण में है। इसकी जांच भारत में की जा रही है। इसके २०१७ के मध्य में कमर्शियलाइजेशन के बाद सरीन क्लारिटी से ग्रेडिंग प्रोसेस में और स्पष्टता आएगी और इस तरह पॉलिश्ड डायमंड की सोर्टिंग और सोर्सिंग के बारे में क्लारिटी आएगी। यह ठीक वैसा ही होगा जो सरीन के ग्राउंड ब्रेकिंग डायमेंशन की तरह है और ग्लोबल डायमंड इंडस्ट्री में कट मेजरमेंट और ग्रेडिंग सिस्टम के परिवार का एक भाग होगा। सारे डायमंड क्षेत्र में सरीन टेक्नोलोजीज का एक बड़ा बाजार हिस्सा है।

सरीन क्लारिटीख़् शुरू में पॉलिश हीरे के समावेशन और खामियों ( ‘दाग‘) की सटीक और ऑब्जेक्टिव मैपिंग प्रदान करता है। बाद में यह पूर्व निर्धारित नियमों और अल्गोरिथम पर मानकीकृत क्लारिटी ग्रेडिंग टर्मिनोलोजी को आमतौर पर स्वीकार करते हुए क्लारिटी ग्रेड प्राप्त करने लिए किया जाता है। अंत में, हीरे पूर्व निर्धारित मापदंड के अनुसार उप श्रेणियों में क्लारिटी ग्रेड में सोर्ट किए जाते हैं और वह भी पूर्व निर्धारित क्राइटेरिया के तहत। यह डायमंड प्रत्येक निर्माताओं और ट्रेडर्स को सुनिश्चित करता है कि बाजार में बिकने वाले उनके स्टोन का अधिकतम वैल्यू क्या है। नई क्लारिटी टेक्नोलोजी के समानांतर, कंपनी ने नया एडवास्ड, ऑटोमेटेड सरीन कलर इवोल्यूशन टेक्नोलोजी भी विकसित किया है और वह भी लैब-ग्रेड एक्यूरेसी के साथ फिलहाल भारत में परीक्षण किया जा रहा है। इसका वाणिज्यिकीकरण अगले साल २०१७ के मध्य में किया जाएगा। इसका बिजनेस मॉडल ग्रुप के रफ डायमंड इंक्लूशन मैपिंग प्रोडक्ट्स (गैलेक्सीटीएम आदि) के समान होगा। निर्माताओं, जेमोलॉजिकल प्रयोगशालाओं और डाउनस्ट्रीम प्लेयर्स इस नए इक्विपमेंट को खरीद सकेंगे और इसके लिए उन्हें रेकरिंग फीस देना होगा जो उनके कैरेट प्रति उपयोग के आधार पर निर्धारित होगा या फिर वे सरीन के सर्विस केंद्रों का इस्तेमाल कर सकेंगे। क्लारिटी टेक्नोलोजी में पॉलिश्ड स्टोन्स २ पाइंट से १० कैरेट तक हैंडल किए जा सकते हैं। इस रेंज के स्टोन्स बड़े पैमाने पर तैयार किए जाते हैं। यह मौजूदा मैन्यूअल इवैल्यूएशन प्रोसेस की प्रक्रिया पर एक महत्वपूर्ण सुधार का प्रतिनिधित्व करता है, और यहां तक कि इसमें बहुत छोटे से स्टोन्स के इवैल्यूएशन भी हो सकता है। प्रारंभिक कलर सिस्टम २० पाइंट्स तक के स्टोन्स को पॉलिश्ड करने तक सीमित होगा, लेकिन बाद में यह क्लारिटी टेक्नोलोजी जितने आकार के स्टोन्स के रेंज को हैंडल कर सकेगा।