जीएसआई द्वारा मुंबई के ज्वैलर्स के लिए जेमस्टोन्स के ट्रीटमेंट
और उसकी पहचान पर आयोजित ट्रैनिंग सेमिनार सफल रहा

एक अग्रणी जेमोलोजिकल ऑर्गेनाइजेशन जेमोलॉजिकल साइंस इंटरनेशनल ने दागिना एसोसिएशन के साथ मिलकर जेमस्टोन्स के टड्ढीटमेंट्स और उसकी पहचान करने विषय पर मुंबई दागिना एसोसिएशन हॉल में एक सेमिनार का आयोजन किया। यह सेमिनार पूरी तरह से एसोसिएशन के सदस्यों के लिए और पूरे ज़वेरी बाज़ार ज्वैलर्स समुदाय के लिए बड़े पैमाने पर शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित था। संगोष्ठी में मुंबई के विभिन्न क्षेत्रों के ५२ ज्वैलर्स ने भाग लिया।

सेमिनार में जीएसआई के मुख्य जेमोलोजिस्ट सीमा अठावले ने जेमस्टोन की ट्रीटमेंट और उसकी पहचान पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। यहां जेमस्टोन की पहचान करने, उसके प्राकृतिक होने या कृत्रिम होने, जेमस्टोन पर किए गए विभिन्न प्रकार के टड्ढीटमेंट्स का विवरण और पहचान के लिए उपयोग की जाने वाली विभिन्न उन्नत मशीनों और जीएसआई की लैब सेवाओं पर विस्तार से बातचीत हुई।

दागिना बाजार एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट कुमार जैन ने कहा कि हमारे पास हीरे के गहनों की मांग लगातार बढ़ रही है और इस तरह के सेमिनार में हम रत्न के गहनों पर अधिक जोर दे रहे हैं। साथ ही हमें यहां एडवांस्ड तकनीकों के बारे में जानकारी भी हासिल हुई है।

जीएसआई खुदरा विक्रेताओं में कलर स्टोन्स के बारे में जागरूकता के लिए विभिन्न सेमिनार आयोजित कर रहा है।