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जीजेएससीआई और एमएसएसआईडीसी ने कोल्हापुर में इमीटेशन ज्वैलरी बनाने में लघु उद्यमियों के कल्याण के लिए मिलाया हाथ |
![]() ![]() जैम एण्ड ज्वैलरी स्किल काउन्सिल ऑफ इंडिया-जीजेएससीआई ने महाराष्ट्र स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज़ डेवलपमेन्ट कॉर्पोरेशन- एमएसएसआईडीसी ने पंचगांव, कोल्हापुर में आरएएमपी के तहत दो दिवसीय विशेष महिला सशक्तीकरण प्रोग्राम का आयोजन किया। इस प्रोग्राम का उद्देश्य इमीटेशन ज्वैलरी सेक्टर में लघु उद्यमियों को कौशल द्वारा सशक्त बनाना है। प्रोग्राम के पहले दिन 4 अगस्त 2025 को आधुनिक इमीटेशन ज्वैलरी तकनीकों पर एक कार्यशाला आयोजित हुई। विशेषज्ञ प्रशिक्षक मिस यास्मीन के नेतृत्व में इस सत्र में 49 महिला प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सभी लघु उद्यमियों को इमीटेशन ज्वैलरी डिज़ाइन के नए आइडियाज़ सीखने और अपने कौशल में सुधार लाने का मौका मिला। इस कार्यशाला ने न सिर्फ उनकी तकनीकी क्षमता को सशक्त बनाया बल्कि मार्केट की मौजूदा मांग के अनुसार रचनात्मकता एवं गुणवत्तापूर्ण कारीगरी को भी प्रोत्साहित किया। दूसरे दिन 5 अगस्त को फाइनैंशियल एवं डिजटल लिटरेसी वर्कशॉप का आयोजन हुआ, जिसका उद्देश्य इमीटेशन ज्वैलरी में स्थायित्व को बढ़ाना था। श्री आशुतोष पाटिल द्वारा संचालित इस सत्र में 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जहां फाइनैंशियल प्लानिंग, छोटे कारोबारों के लिए डिजिटल टूल्स, बजट, सरकारी लोन योजनाओं पर जागरुकता और छोटे कारोबारों के लिए बैंकिंग सपोर्ट जैसे विषयों को कवर किया गया। इन कार्यशलाओं ने महिला कारीगरों के सामने आनी वाली चुनौतियों पर रोशनी डाली जैसे औपचारिक प्रशिक्षण की कमी और वित्तीय संसाधनों की सीमित सुलभता। इस प्रोग्राम ने पारम्परिक कौशल और आधुनिक उद्यमिता प्रथाओं के बीच के अंतर को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह पहल प्रशिक्षण, अपस्किलिंग एवं उद्यमिता विकास के माध्यम से भारतके कारीगर समुदाय को सशक्त बनाने के जीजेएससीआई के मिशन को दर्शाती है। व्यवहारिक प्रशिक्षण एवं ज्ञान के माध्यम से जीजेएससीआई कारीगरों की आत्मनिर्भरता बढ़ाने एवं सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है।
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