आईआईजेएस २०१९ में जीआईए इंडिया द्वारा
डायमंड ओरिजिन रिपोर्ट लांच करने की घोषणा

जीआईए इंडिया इस साल मुंबई के बांबे एक्जीबिशन सेंटर में ८-१२ अगस्त तक आयोजित होने वाले इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो (आईआईजेएस) में जीआईए इंडिया ने जीआईए डायमंड ओरिजिन रिपोर्ट लॉन्च करने की घोषणा की है। जीआईए डायमंड ओरिजिन रिपोर्ट पॉलिश किए गए हीरे की उत्पत्ति वाले देश की पुष्टि करती है। साथ ही इसमें हीरे की ४ सी का पूरा मूल्यांकन, स्पष्ट विशेषताओं वाले डायग्राम और लेजर से खुदे रिपोर्ट नंबर का समावेश होता है। आईआईजेएश में जीआईए इंडिया की खास पेशकश और उसके सभी प्रोग्रामों के बारे में जानने के लिए GIAindia.in/IIJS-2019 पर जा सकते हैं।

विजिटर्स अपने जेमोलोजिकल ज्ञान को बढ़ाने के लिए बूथ क्रमांक ञ्च् १ऊ०६६ में आयोजित होने वाले विभिन्न इंडस्ट्री विषयों जिसमें बर्थस्टोन्, लैबोरेटरी ग्रोन डायमंड्स, डायमंड क्वालिटी के ४ सी, एमराल्ड्स, रुबीज, सफायर्स, पल्र्स आदि के सेमिनार में भाग ले सकते हैं। इसमें भाग लेना सभी के लिए फ्री है। यहां आए लोग जीआईए इंडिया की व्यापार पहलों जिसमें सेमिनार, रिटेल सेल्स, एसोसिएट टड्ढेनिंग और कंज्यूमर एजुकेशन सेमिनार इत्यादि शामिल हैं, के बारे में जानने के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं। जीआईए इंडिया आपकी सुविधा के मुताबिक आपके ऑफिस या किसी अन्य स्थान पर सेमिनार या टड्ढेनिंग की सुविधा उपलब्ध कराएगी।

जीआईए इंडिया और मध्य पूर्व की प्रबंध निदेशक सुश्री निरूपा भट्ट ने कहा कि जीआईए इंडिया अपने छह दशकों के जेमोलॉजिकल शोध के आधार नई जीआईए डायमंड ओरिजिन रिपोर्ट तैयार की है। इसमें हीरे की उत्पत्ति की पुष्टि के लिए वैज्ञानिक तरीके अपनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी इस नई सेवा में खुदरा विक्रेता अपने ग्राहकों को हीरे खरीदने से पहले शांति मन से फैसला लेने में मदद कर सकते हैं। इसमें अनेक मूल जानकारी और कई अन्य विपणन और प्रशिक्षण सामग्री हैं जो जीआईए ने उपलब्ध कराई हैं। इसे ज्वैलर्स अपने ग्राहकों में विश्वास और विश्वसनीयता बनाने के लिए उपयोग कर सकते हैं। हम अपने बूथ पर ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर्स, होलसेलर्स औऱ रिटेलर्स को जीआईए डायमंड ओरिजिन रिपोर्ट का उपयोग करके हीरे के एक नए अनुभव प्राप्त करने के लिए आमंत्रित करते हैं।