आईजीआई प्रमाणित लोटस टेंपल रिंग गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ
  

मुंबई स्थित ब्रांड लाशिका ज्वेल्स के एक रिंग में जड़ित सबसे अधिक डायमंड्स के लोटस टेंपल रिंग का डिजाइन ०७ मई, २०१९ को गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इस रिंग में ७,७७७ हीरे जड़े थे जिसे वैश्विक ग्रेडिंग और प्रमाणन प्राधिकारी आईजीआई ने प्रमाणित किया था। लाशिका ज्वेल्स के इस २१.३९ कैरेट रिंग को क्लारिटी में वीवीएस-वीएस और कलर स्केल पर ई-एफ का रैंक दिया गया था। यह बेहतरीन ज्वैलरी पीस एकदम गोल और शानदार है। यह रिंग १८ कैरेट का है और इसमें उत्कृष्ट डायमंड जड़े हैं जो उसकी लक्जरी और असाधारण भव्यता को दर्शाते हैं।

लाशिका ज्वेल्स के संस्थापक प्रिंस भंडारी द्वारा संकल्पित और डिज़ाइन वाली यह रिंग वास्तुशिल्प डिजाइन से प्रेरित मॉडल है। इसके निर्माण की पूरी प्रक्रिया, प्रेरणा और डिजाइन और उत्पादन तक के सभी निर्देश लाशिक ज्वैल्स के युवा पीढ़ी के डायमंड ज्वैलर ने संभाला। रिंग की डिजाइन प्रेरणा नई दिल्ली स्थित लोटस टेम्पल की विस्तृत और भव्य वास्तुकला है। यह लगभग सभी धर्मों में पवित्रता, दिव्यता और आध्यात्मिकता की भावना का प्रतीक है।

लाशिका ज्वैल्स के संस्थापक प्रिंस भंडारी ने इस अवसर पर कहा कि लोटस टेम्पल रिंग एक सुंदर सपने से कम नहीं है। लोटस टेंपल की शानदार वास्तुकला से प्रेरित यह रिंग सभी धर्मों के देवत्व का प्रतीक है। हम काफी खुश हैं कि हमें एक रिंग में सबसे ज्यादा हीरे जमाने वाले टाइटल के लिए गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड शामिल किया गया है। इसे तैयार करने में शामिल हमारे सभी लोगों के हम आभारी है। इस रिंग में ७,७७७ नेचरल हीरे जमाना वास्तव में एक महत्वपूर्ण कार्य था। इसे पूरा करने में हमें अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लाशिका ज्वैल्स की टीम ने इसे बड़ी सुदृढ़ता से तैयार किया है।

आईजीआई के प्रबंध निदेशक तहमस्प प्रिंटर ने प्रिंस भंडारी को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि हमें अत्यंत खुशी है कि आज हम भी इस शानदार दौर का हिस्सा हैं। लोटस टेम्पल रिंग सही में एक बेजोड़ रचना और एक बहुत ही बेहतरीन कांसेप्ट है। हम आईजीआई की ओर से लाशिका की टीम को इस अविश्वसनीय उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं।

आईजीआई द्वारा प्रमाणित एक और असाधारण रचना है-शुमुख। यह दुबई परफ्यूम्स की एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग परफ्यूम है। इस परफ्यूम की बॉटल में ३५०० डायमंड्स जमे हैं जिसकी कीमत १ मिलियन डॉलर से अधिक है। इसे १२ मार्च, २०१९ को गिनीज वल्र्ड सर्टिफिकेट दिया गया।