श्री तंगमालिगई
नक्काश लीडर

हाथ से निर्मत एंटिक ज्वैलरी के पायोनियर स्वर्गीय नेमीचंद दुगर के बेटे एन. जंबुकुमार ने वर्ष २००४ में इसकी स्थापना की। इसके प्रत्येक डिजाइन में भारत की दिव्यता और संस्कृति की आभा है। श्री तंगमालिगई के नक्श का काम और बेहतरीन डिजाइन उसके प्रत्येक ज्वैल को अद्वितीय बनाते है।

श्री तंगमालिगई की ज्वैलरी में भारतीय विरासत और आधुनिकता का संपूर्ण मिश्रण है जो विभिन्न आयु वर्ग की आवश्यकताओं को पूरा करता है। श्री जंबुकुमार ने अपने स्वर्गीय पिता के नेतृत्व में खुद को तैयार किया है और इन्हें विरासत आभूषण के नक्श के क्षेत्र में ३० वर्षों का अनुभव है।

टेंपल ज्वैलरी जो कभी केवल मंदिरों की मूर्तियों के लिए था, अब आम जनता के लिए भी ज्वैलरी पीसेस में उपलब्ध कराया जा रहा है तथा अपने प्रत्येक ग्राहक को अपने ग्राहक केंद्रित अप्रोच से संतुष्ट कर रहे हैं। वे मंदिरों में मूर्तियों के लिए ज्वैलरी की सप्लाई भी करते हैं। उन्हें इसका विशेषाधिकार प्राप्त है।

श्री तंगमालिगई अपने कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण आज भारत के मुख्य ज्वैलरी मैन्यूफैक्चरर और होलसेलर बन गए हैं और जंबूकुमार के नेतृत्व में इसे नई मंजिल प्राप्त किये जाने की उम्मीद है।