भारत का सबसे बड़ा मशीन मेड बैंगल मैन्युफैक्चरर और २२ तथा १८ कैरेट के बैंगल इंडस्ट्रि का प्रमुख खिलाडि़ ऑरो ने अब होलसेल ट्रेडि़ग की नई संकल्पना ऑरो ट्रेडि़ग क्लब (ओटीसी) की शुरुआत की है। ओटीसी का अत्याधुनिक ऑफिस जावेरी बाजार में है और यह ऑरो के तैयार बैंगल्स का सिंगर पाइंट ड्रिस्टिब्यूशन एवं सेल का प्रमुख केंद्र है। ओटीसी की एकछत्र में १००० से अधिक विभिन्न प्रकार के बैंगल्स के सेट हैं। ऑरो इंडस्ट्री में एकमात्र बैंगल कंपनी है जिसकी चुडि़या शतप्रतिशत बीआईएस स्टैंडर्ड हॉलमार्क प्रमाणित हैं। ओटीसी में प्योर प्लेटिनम के बैंगल और रिंग्स भी उपलब्ध हैं जो भारत में सर्वप्रथम पीजीआई (प्लेटिनम गिल्ड इंटरनैशनल) द्वारा सर्टिफाइड हैं। ऑरो के मालिक रैया ज्वैल्स प्राइवेट लि. है और इसके प्रमुख अविनाश पाहुजा एवं रवीश पाहुजा हैं जो निदेशक भी हैं। ओआरओ ट्रेडि़ग क्लब (ओटीसी) की संकल्पना के बारे में अविनाश पाहुजा ने कहा कि भारत में गोल्ड इंडस्ट्री पारंपरिक विघटित एवं असंगठित हैं। ओटीसी इन्हें संगठित करेगा और होलसेल आउटलेट के लिए एक सिंगल पाइंट और सप्लाई चेन को और सरल करने का प्रयास करेगा।

ऑरो के फ्यूचर प्लान के बारे में रवीश पाहुजा ने कहा कि हम आगामी दिनों में देश के सभी शहरों में सबसे पहले ऑनलाइन सेलिंग का नया कांसेप्ट शुरु करेंगे। ज्वैलरी इंडस्ट्री में टेक्नोलोजी के बारे में हम हमेशा आगे रहे हैं। हमारे उत्पादों की फाइननेस इसका सबूत हैं।

नए लांच

ऑरो ने हाल ही में आईआईजेएस २०१४ शो के दौरान उत्पादों की नई रेंज लांच कीः बैंगल कफ्स-यह हमारा अभिनव कलेक्शन हैं जिसकी डिजाइन अभूतपूर्व है और ये सभी एक ही साइज में फिट हो जाती हैं। यह एक नया कांसेप्ट है जिसको रिटेलर्स ज्यादा से ज्यादा स्टाक कर सकते हैं क्योंकि इसकी वेरायटीज अधिक हैं और साइज भी बेहतरीन है।

गोल्ड एनामेल-यह टेक्निक एवं डिजाईन पर आधारित उत्कृष्ट कलेक्शन है। ज्वैलरी के इतिहास में पहली बार ऑरो ने गोल्ड में मास्टर्ड एनामेलिंग की है। यह धातु एवं रंगों का सुंदर मिश्रण है। ज्वैलरी के चाहकों ने इस एक्सलक्लूजीव मास्टरपीस को भरपूर सराहा और पसंद किया है। गोल्ड मूवेबल्स-गोल्ड मूवेबल्स ज्वैलरी में पहले सफल रह चुका है। अब ज्वैलरी के चाहकों की मांग पर गोल्ड मूवेबल को हमने स्वारोवस्की एमबेलिशमेंट्स के बदले मूवेबल गोल्ड प्रीसेट किया है। यह सुनिश्चित करता है कि यह उत्पाद पूरी तरह गोल्ड का रहे। यह कलेक्शन फाइनली क्राफ्टेड डिजाइंस पर आधारित है। इसमें पारंपरिक एवं आधुनिक पद्धतियों का सम्मिश्रण है।

ऑरो के बारे

में ऑरो का शुभारंभ टिकमदाम मोतीराम ग्रुप द्वारा १८८५ में हुआ। सोने की चुडि़यां तैयार करने में ये सदा आगे रहे। आज ऑरो भारत के बैंगल मार्केट का एक प्रतिष्ठित ब्रांड है। ऑरो के बैंगल्स देश के १५०० से अधिक रिटेलरों के यहां उपलब्ध हैं और इन्हें ओटीसी के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। ऑरो में २००० से अधिक विशेष एवं उत्कृष्ट क्वालिटी के उत्पाद हैं और देश की सबसे बडी सोने और प्लैटिनम से चुडि़यां तैयार करने वाली कंपनी है। इस कंपनी में रोजाना तकरीबन २००० से अधिक चुडि़यां बनाई जाती हैं। ज्वैलरी सेक्टर में ऑरो की डिजाइन, इन्नोवेशन, क्वालिटी, क्राफ्टमैनशिप और वैल्यू डेलिवरेबल्स के मामले में विशेष पहचान है। इनके उत्पाद इनहाउस मैन्युफैक्चरिंग टेक्निक पर तैयार होते हैं और देशभर में प्रभावी श्रृंखलाबद्ध पार्टनरों के मार्फत वितरित किए जाते हैं।