माधुरी दीक्षित नेने और पीएन गाडगिल ज्वैलर्स ने मनाया स्वर्गीय श्री दाजीकाका गाडगिल शताब्दी वर्ष और उनकी याद में म्युजियम लांच किया

पीएन गाडगिल ज्वैलर्स ने स्वर्गीय श्री दाजीकाका गाडगिल की याद में शताब्दी वर्ष मनाया। दिनभर अनेकों इवेंट्स आयोजित किए गए। उनके नाम से म्युजियम का शुभारंभ हुआ जिसका उदघाटन मेयर चंचलाताई कोडरे ने किया तथा इस अवसर पर शशिताई किर्लोस्कर और महाराष्ट्र सरकार के एमएलसी के डिप्टी चेयरमैन वसंत डावखरे भी उपस्थित थे। इसके बाद फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित नेने ने लक्ष्मी रोड स्थित पीएन गाडगिल ज्वैलर्स के शोरुम में मंगलसूत्र महोत्सव के विजेताओं को उपहार प्रदान किया और दाजीकाका की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक को लांच किया और नियमित ग्राहकों को लॅयल्टी कार्ड प्रदान किया।

इसके अलावा, थिंक प्योर अवार्ड समारोह गणेश क्रीड़ा कला मंच में आयोजित किया गया जहां सिम्बायोसिस सोसायटी के संस्थापक और अध्यक्ष एस.बी. मजूमदार, सबसे कम उम्र १९ साल मं माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली दूसरी भारतीय कृष्णा पाटिल, तबला वादक पंडित सुरेश तलवलकर और क्रेडाई के वाइस प्रेसीडेंट श्री सतीश मगर को को प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इसके बाद सोनू निगम ने अपने गायन से दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया।

इस अवसर श्री सौरभ गाडगिल, प्रबंध निदेशक, पी.एन. गाडगिल ज्वैलर्स ने कहा कि ये सब कार्य दाजीकाका की याद में किया गया, म्युजियम में दाजीकाकात की यादों का चित्रण लेख हैं। वह आज भी हमारे साथ हैं। हमने भव्य तरीके से उनके १०० वां जन्मदिन मनाने की योजना थी। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से गहने के क्षेत्र में वे महाराष्ट्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से एक थे। आज हम जो कुछ भी कर रहे हैं उनके के लिए श्रद्धांजलि है। इसीलिए हमने दिन भर प्रोग्राम आयोजित किया है। वे पीएनजी के जौहरी कुलपति है। वह भले ही हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके विचारों की पवित्रता, पारदर्शिता, शुद्ध सोने की तरह उनकी सोच और उनका आशीर्वाद हमारे साथ है। माधुरी दीक्षित का दाजीकाका के लिए यह स्नेह ही है जिसके लिए वह आज यहां आई हैं।

दाजीकाका से माधुरी दीक्षित उनके ठाणे दुकान के शुभारंभ के अवसर पर मिली थी। सुश्री दीक्षित ने कहा कि वह मुझे अपनी बेटी की तरह मेरे साथ बर्ताव करते थे। मैंने उनके ठाणे के शोरुम में कई मर्तबा मुलाकात की। मुझे लगता है कि वह एक विनम्र एवं आकर्षक व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। उनकी ९९ साल की उम्र में भी ९ साल की बच्ची की जिज्ञासा समाहित थी। मुझे लगता है कि मैं अपने पीएन गाडगिल ज्वैलर्स के घर में आई हूं।