यूबीएम इंडिया का दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर २०१४ को शानदार प्रतिसाद

  • भारत भर के २५ शहरों से १८० से अधिक एक्जीबिटरों ने भाग लिया
  • शो के ३ संस्करण में पिछले साल के मुकाबले दर्शकों की संख्या दोगुनी हुई

यूबीएम इंडिया द्वारा दिल्ली के प्रगति मैदान में दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर (डीजेजीएफ) के तीन दिवसीय (६ से ८ सितंबर, २०१४) शो के सफल आयोजन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि यह शो उत्तर भारत की सबसे बड़ी बी २ बी आभूषण शो है और जिसमें बड़े पैमाने पर एसोसिएशनों एवं इंडस्ट्री के लोगों ने भाग लिया।

दिल्ली का यह संस्करण यूबीएम द्वारा भारत में प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले पांच ज्वैलरी शो में से एक है।

दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर २०१४ के इस तीसरे संस्करण का श्री सिद्धार्थ आईएएस, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर श्री रामअवतार वर्मा (अध्यक्ष - दिल्ली बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन), श्री विजय खन्ना (करोल बाग ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष) की तरह प्रसिद्ध उद्योग गणमान्य योगेश सिंघल (सचिव - दिल्ली बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन), श्री सुभाष भोला (मालिक - भोला संस), श्री विपिन बेरी (प्रेसीडेंट उत्तराखंड राज्य ज्वैलर्स एसोसिएशन), श्री सतीशचंद सिंघवी (प्रेसीडेंट- दिल्ली ज्वैलर्स एसोसिएशन) श्री पवन गुप्ता (मालिक -पीपी ज्वैलर्स और श्री रमेश नारंग (मालिक हजूरीलाल) उपस्थित थे।

दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर २०१४ में नौलखा ज्वैलर्स, एन डी हीरा, स्वर्ण शिल्प, एस रसिकलाल, विमल डायमंड्स, डेरेवाला ज्वैलरी इंडिया लिमिटेड, दमारा गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड, जिंदल ज्वैलर्स, चेन - एन - चैन ज्वेल्स लिमिटेड, स्वर्णसरिता डायमंड्स, पीजीपी जोहारिया जैसे अनेक प्रमुख ज्वैलरों ने ज्वैलरी की अपनी नवीनतम डिजाइन को प्रदर्शित किया।

मुख्य विशेषताएं:

  • तीन दिवसीय मेले में देश के सभी राज्यों के लगभग २५ शहरों के १८० से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया। इस वर्ष हासिल प्रतिसाद पिछले साल से दोगुना था।
  • उत्तरी भारत के अलावा डीजेजीएफ २०१४ में प्रमुख भारतीय और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के साथ रणनीतिक गठजोड़ और संबंधों के निर्माण बनाने में प्रतिभागियों की मदद में मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और गुजरात से प्रतिनिधित्व किया था।
  • अमृतसर, लखनऊ, मेरठ, रोहतक और जयपुर में रोड शो की एक श्रृंखला चलाई गई जिसमें दिल्ली ने फीडर भूमिका निभाई।

श्री जोजी जॉर्ज, प्रबंध निदेशक, यूबीएम भारत ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर २०१४ की सफलता ने उत्तरी भारत में हमारे प्रभूत्व को साबित किया है। हमने उत्तर भारत में मजबूत पैर जमा दिया है। चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता के शो के बाद जल्द ही हम गुजरात में अपना शो करने वाले हैं।

एनडी डायमंड्स के कमल कुलथिया ने भाग लेने के अपने अनुभव के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हम दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर में भाग लेने वाले नियमितों में से एक है। इस शो में जो हमें मंच मिलता है वह जबरदस्त है। हस तीन सालो से इस प्रदर्शनी का एक हिस्सा हैं और हर साल यहां हमें सराहनीय प्रतिसाद मिला है। इस साल भी हमारे लिए यह अच्छा रहा, अच्छे व्यापार हुए और हमारे स्टालों पर गुणवत्ता खरीदारों की भीड़ ज्यादा रही।

निखिल राणावत, स्वर्ण शिल्प के निदेशक ने कहा कि हम इसमें तीन साल से भाग ले रहे हैं। इस शो के माध्यम से हमें जो प्रतिष्ठता मिलती है वह बेजोड़ है। स्वर्ण शिल्प ऐसे निर्माताओं में है जो मुंबई में अपने स्वयं के उत्पादों का निर्माण करता है।

करण जिंदल, जेमोलोजिस्ट और जिंदल ज्वैलर्स की डिजाइनर ने कहा कि हमने पहली बार दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर २०१४ में भाग लिया है और हम यहां के प्रतिसाद से काफी संतुष्ट हैं। इस शो ने बाजार के साथ कनेक्ट करने के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद की है।

धीरसंस डायमंड्स के अश्विनी धीर ने शो में भाग लेने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस प्रदर्शनी में हमने पहली बार हिस्सा लिया और जो रेस्पांस हमें यहां मिले हैं और काबिले तारीफ है। शो में हमें नई बुकिंग मिली जिससे हमारी बिक्री बढ़ाने में मदद मिली है और हम बेसब्री से ‘दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर २०१५ में भाग लेने के लिए तत्पर हैं।

शो में मौजूद रामअवतार वर्मा (अध्यक्ष - दिल्ली बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन) ने कहा कि यह शो हमारे लिए नए संपर्क बनाने और नए सिरे से व्यापार विचार प्राप्त करने के लिए एक माध्यम है। दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर के शो आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य उत्तर भारत में ज्वैलरी को प्रोत्साहित करना है।