वल्र्ड डायमंड कांफ्रेंस संपन्न

वैश्विक चुनौतियों और पूर्वानुमान रुझानों के लिए भारत ग्लोबल डायमंड इंडस्ट्री के साथ एकजुट

भारत सरकार ने जेम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के लिए विशेष अधिसूचित क्षेत्र को मंजूरी दी

वल्र्ड डायमंड कांफ्रेंस का आयोजन जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल ने भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय और वल्र्ड डायमंड मार्क फाउंडेशन के साथ मिलकर किया।

भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रायल तथा वल्र्ड डायमंड मार्क फाउंडेशन (डब्ल्यूडीएमएफ) के सहयोग से भारत में जेम एंड ज्वैलरी के व्यापार के लिए शीर्ष निकाय जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल (जीजेईपीसी) ने भारत में पहली बार नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ११ और १२ दिसंबर, २०१४ को वल्र्ड डायमंड कांफ्रेंस का आयोजन किया। दो दिवसीय इस सम्मेलन में भारत के साथ साथ दुनिया भर में फैले इंडस्ट्री के लोगों ने भाग लिया। सम्मेलन में रुसी संघ के प्रेसीडेंट माननीय व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ११ दिसंबर २०१४ को उदघाटन समारोह में भाग लिया।

दो दिवसीय सम्मेलन के अंत में जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल के अध्यक्ष श्री विपुल शाह ने कहा कि मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि भारत में पहली बार हो रहे विेश डायमंड सम्मेलन को इंडस्ट्री के दिग्गजों का भारी प्रतिसाद मिला है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमने वैश्विक डायमंड इंडस्ट्री के भारत में मंच का निर्माण किया और भारत में जेनेरिक बाजार के लिए साझा उद्देश्य बनाया। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि कांफ्रेंस में प्राप्त इंपुट्स इंडस्ट्री के लक्ष्यों और उज्जवल दिशा की ओर जाने में मदद करेगा।

सम्मेलन में इंडस्ट्री के लिए कई महत्वपूर्ण अनुकूल घोषणाएं हुईं

  • भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इंडस्ट्री के लिए एक विशेष अधिसूचित क्षेत्र के प्रस्ताव को स्वीकृति देने की घोषणा की। यहां माइनर्स कंसाइनमेंट आधार पर रफ डायमंड्स को लाकर प्रदर्शित करेंगे और उसके लिए आर्डर बुक करेंगे। जीजेईपीसी का मुंबई में भारत डायमंड बोर्स (बीडीबी) के सहयोग डायमंड की साप्ताहिक नीलामी का संचालन करने का प्रस्ताव है। इसका मुख्य उद्देश्य उत्पादकों भारतीय बाजारों तक सीधे पहुंचाना है। भारत में कैरेट के हिसाब से ९० प्रतिशत कच्चे हीरे काटे और तराशे जाते हैं जबकि मूल्य के संदर्भ में ये ७०% हीरे होते हैं।

  • रूस की अलरोसा ने साल २०१५ के आरंभ में १२ डायमंड कंपनियों के साथ सीधे कच्चे हीरे की सप्लाई के लिए तीन साल का कांट्रैक्ट किया है। अलरोसा के कार्यकारी प्रेसीडेंट इलिया रैचिन ने भारतीय कंपनियों के साथ भारत सरकार के कामर्स एंड इंडस्ट्री मंत्रालय के वाणिज्य विभाग के संयुक्त सचिव श्री सिद्धार्थ की उपस्थिति में कंपनियों के प्रमुखों ने समझौता ज्ञापन पर दस्तखत किए। रूसी खान के ग्राहक के के रूप में चुनी गई १२ कंपनियों में रोजी ब्लू, डायमंड इंडिया लिमिटेड, जसानी, किरण जेम्स, श्री रामकृष्ण एक्सपोट्र्स, हरि कृष्ण एक्सपोट्र्स, केजीके, डायमेक्सॉन, विनस ज्वैल, कार्प इंपैक्स, शीतल मैन्युफैक्चरिंग और एशियन स्टार शामिल हैं। नए अनुबंध की अवधि के दौरान भारतीय कंपनियों के लिए अलरोसा से अनुमानतः ७०० मिलियन अमेरिकी डालर का डायरेक्ट सेल्स मिलेगा और तीन साल के कांटड्ढैक्ट के हिसाब से यह कारोबार २.१ बिलियन अमेरिकी डालर तक पहुंचेगा। इस कांट्रैक्ट से अलरोसा द्वारा भारत में रफ डायमंड्स की आपूर्ति पांच गुना बढ़ जाएगी। इससे भारतीय मैन्युफैक्चर्स को प्रोत्साहन मिलेगा।

  • बैंकों और जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री अपने व्यापार व्यवहार में अधिक पारदर्शिता लाएंगे और विपणन के नए आयाम ढूंढ़े जाएंगे।

  • भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार वैश्विक हीरा उद्योग को संबोधित किया। भारत में पालिशिंग सेवाओं की आउटसोर्सिंग का परिचय दिया और दुनिया भर में हीरा उद्योग की जरूरत की जरूरतों को पूरा करने के लिए ध्येय दिया।

इस अवसर श्री एलेक्स पोपोव, अध्यक्ष और सीईओ वल्र्ड डायमंड मार्क फाउंडेशन ने कहा कि मुझे लगता है कि विेश हीरा सम्मेलन का उदघाटन हमारे लिए एक जबरदस्त उपलब्धि है और मैं जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल के इस अभिनव कार्यों के लिए बधाई देता हूं जिन्होंने असंभव को संभव बनाया है और आज इसका समापन हो रहा है। मैं भारत सरकार और अलरोसा के प्रयास के लिए आभारी हूं और मुझे लगता है कि इस सम्मेलन ने दुनिया के असली सामान्य हीरा बाजार की आधारशिला को रख दिया है।

विेश हीरा सम्मेलन में मुख्य भागीदारी अलरोसा रूस, श्री रामकृष्ण एक्सपोट्र्स, श्री हरिकृष्ण एक्सपोट्र्स, जसानी समूह, केजीके डायमंड्स, महेंद्र ब्रदर्स, कार्प इम्पेक्स, जेबी ब्रदर्स, डायमेक्सान, शीतल मैन्युफैक्चरिंग, एशियन स्टार, डैंको ज्वैलेक्स, रोजी ब्लू और एचआरडी की थी।